मिला वो भी नहीं करते , मिला हम भी नहीं करते
वफ़ा वो भी नहीं करते , वफ़ा हम भी नहीं करते
उन्हें रुसवाई का दुःख , हमें तन्हाई का डर
गिला वो भी नहीं करते , शिकवा हम भी नहीं करते
किसी मोड़ पर टकराव हो जाता है अक्सर
रुका वोह भी नहीं करते , बुलाया हम भी नहीं करते
जब भी देखते हैं उन्हें , सोचते हैं कुछ कहें उनसे
सुना वोह भी नहीं करते , कहा हम भी नहीं करते
लेकिन यह भी सच है की मोहब्बत उन्हें भी है
इज़हार वोह भी नहीं करते , कहा हम भी नहीं करते
Saturday, August 29, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment